पंचकूलाः सीएलयू सीडी मामले में फंसे सभी पांचो पूर्व विधायक राम निवास घोड़ेला, राव नरेंद्र सिंंह, विनोद  भ्याना, नरेश सेलवाल और जरनैल सिंह  बुधवार को हरियाणा के एडीजीपी वी. कामराज के पास पेश हुए। हरियाणा के लोकायुक्त ने इस पूरे मामले की जांच एडीजीपी वी कामराज को सौंपी है।हरियाणा के एडीजीपी वी. कामराज ने पांचों आरोपी पूर्व विधायकों से पूछताछ की। 
हरियाणा के एडीजीपी वी कामराज ने बताया कि अभय सिंह चौटाला, अशोक अरोड़ा, रामपाल माजरा, प्रदीप चौधरी और कृष्ण पंवार के द्वारा पांचों पूर्व विधायको राम निवास घोड़ेला, राव नरेंद्र सिंह, विनोद  भ्याना, नरेश सेलवाल और जरनैल सिंह के विरुद्ध शिकायत दी थी की विधायकों  ने सीएलयू करवाने के  नाम पर पैसे मांगे हैं। इस पूरे मामले की जाँच के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम का भी गठन किया गया है जो इस मामले से जुड़े हुए हर छोटे बड़े पहलू की बारीकी से जांच करेगी।  लोकायुक्त के ने इस पूरे मामले की जांच गत एक अक्टूबर को एडीजीपी को सौंपी है और तीन महीनों में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है।  
वहीं इस पूरे मामले में फसे पूर्व कांग्रेसी विधायकों ने उन पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। विनोद भ्याना ने बताया की एडीजीपी वी कामराज ने उन्हें पेश होने के लिये बुलाया था और उन्हें वी कामराज  की कार्यशैली में पूर्ण विशवास है। राम निवास घोड़ेला ने भी न्यायपालिका पर विश्वास जताते हुए कहा कि राजनीतिक रंजिश के तहत उन्हें सीएलयू सीडी कांड में फंसाया जा रहा है। सीएलयू सीडी कांड में फंसे उकलाना के पूर्व विधायक नरेश सेलवाल ने भी उनपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया।  नरेश सेलवाल ने कहा की इस मामले में फसे ज्यादातर विधायक हिसार निर्वाचन क्षेत्र से है और पिछले चुनावो में अभय चौटाला वहां से चुनाव हार गए थे, इसीलिए अभय चौटाला के द्वारा साजिश करके उन्हें फंसाया गया है। 

 

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